अलग-अलग गति के व्यायाम कर सकते हैं मस्तिष्क के कार्य को अलग तरह से प्रभावित: स्टडी

अलग-अलग गति के व्यायाम कर सकते हैं मस्तिष्क के कार्य को अलग तरह से प्रभावित: स्टडी

सेहतराग टीम

हाल ही में मानसिक बीमारी और दिमाग की चोट से उबरने के लिए मरीजों में सही तरीके से फिजिकल एक्टिविटी का बेहतर उपयोग करने के लिए खोज की गयी। इस रिसर्च में बताया गया कि कम और उच्च तीव्रता ( low and high exercise intensities) वाले व्यायाम ब्रेन सिस्टम को अलग-अलग तरह से प्रभावित करते हैं।

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यह अध्ययन जर्नल ब्रेन प्लास्टिसिटी में प्रकाशित हुआ, जिसमें रेस्टिंग स्टेट फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग [resting state functional magnetic resonance imaging (Rs-fMRI)] मशीन का प्रयोग यह देखने लिए किया गया कि कम तीव्रता वाला व्यायाम ब्रेन के नर्व सिस्टम को सक्रिय करता है जो विचारों और ध्यान में मुख्य भूमिका निभाता है। रेस्टिंग स्टेट फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग एक ऐसी नॉन-नैसिव तकनीकी है जिससे मस्तिष्क कनेक्टिविटी पर अध्ययन किया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर इसमें कहा गया कि उच्च तीव्रता वाला व्यायाम (high exercise intensities) दिमाग के उस हिस्से या नेटवर्क को सक्रिय करता है जो भावना प्रसंस्करण में शामिल होता है।

जर्मनी में बॉन विश्वविद्यालय से एंजेलिका शमिट कि, "हमें मानते हैं कि क्रियाशील न्यूरोइमेजिंग शरीर और दिमाग के बीच की परस्पर क्रिया को सुलझाने के लिए बड़ा प्रभाव होगा"।

शमिट ने आगे कहा कि, इस नई पद्धत्ति से हम एथलीटों के एक समूह के दिमाग में सीधे देख सकते हैं, शायद इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हम निष्क्रिय जीवनशैली से दिमाग की सरंचना और कार्य को डाइनेमिक बदलाव को देख पाएं।

इस अध्ययन में 25 पुरुष एथलीटों को शामिल किया गया था। जिनका एक-एक करके ट्रेडमिल टेस्ट लिया गया। शोधकर्ताओं ने कहा कि एथलीटों ने अलग दिनों में बारी-बारी से 30 मिनट कम और उच्च तीव्रता वाला व्यायाम किया। रेस्टिंग स्टेट फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (Rs-fMRI) मशीन का प्रयोग करके वैज्ञानिकों ने  व्यायाम करने से पहले और बाद में प्रतिभागियों के विभिन्न मस्तिष्क क्षेत्रों की कनेक्टिविटी की जांच की।

एथलीटों ने व्यायाम से पहले और बाद में नेगेटिव और पोस्टिव मनोदशा को मापने के लिए एक प्रश्नावली को भी पूरा किया। अध्ययन के अनुसार उन्होंने एथलीटों ने व्यायाम से पहले और बाद में सकारात्मक और नकारात्मक मनोदशा को मापने के लिए एक प्रश्नावली भी पूरी की। अध्ययन के अनुसार कम तीव्रता वाला व्यायाम विचारों और ध्यान से जुड़े ब्रेन के नर्व सिस्टम और नेटवर्क की कनेक्टिविटी को बढाता है।

वहीं वैज्ञानिकों ने कहा कि उच्च तीव्रता वाले वर्क आउट भावनात्मक प्रक्रियाओं से संबंधित कार्यात्मक नेटवर्क को बढ़ाता है और फिजिकल मूवमेंट्स से जुड़े क्षेत्रों में कनेक्टिविटी कम करता है।

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शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि इस रिसर्च से आगे और अलग-अलग व्यायाम तीव्रता का पता लगाया जा सकता है जो कि कुछ व्यवहार संबंधी व्यवहारों के लिए सबसे उपयुक्त हैं।

 

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